कैसे जानें अपना मुख्य अंक ( मूलांक ) ?
कैसे जानें अपना मुख्य अंक ( मूलांक ) ?
मूलांक 2 वालों को नौकरी के मिल सकते हैं नए अवसर, पढ़ें अंक ज्योतिष
वैदिक अंक ज्योतिष विधा शास्त्र में अंकों के माध्यम द्वारा गणित के नियमों का व्यावहारिक उपयोग करके मनुष्य के विभिन्न पक्षों, उसकी विचारधारा, जीवन के विषय इत्यादि का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करने का प्रयास किया जाता है।
वैदिक अंक ज्योतिष शास्त्र विद्या का अंक ज्योतिष में व्यक्ति के भविष्य का आकलन मुख्य रूप से उसके मूलांक के आधार पर किया जा सकता है, जो जन्म तिथि से जाना जाता है।
अंकशास्त्र, सामान्य तौर पर किसी व्यक्ति के जन्म की तारीख पर होने वाली संख्याओं के कुल योग का अध्ययन करता है।
इसमें कुल मूलांक 1 से लेकर 9 तक होता है।
सभी अंक किसी न किसी ग्रह का प्रतिनिधित्व करते हैं।
और इनसे ही मूलांक और भाग्यांक की गणना करके दैनिक अंक ज्योतिष भविष्यफल, साप्ताहिक अंकज्योतिष भविष्यफल, मासिक अंकज्योतिष भविष्यफल और वार्षिक अंकज्योतिष भविष्यफल के साथ ही आपके जीवन से जुड़ी तमाम घटनाओं के बारे में यहां हम आपको जानकारी देते हैं जिससे आपका जीवन सुखमय और समृद्ध बन सके।
AargKraft™ Ídolo Maa Durga MATA Rani de latón, estatua de Jagdamba, moorti, murti para mandir del hogar y decoración del hogar, tamaño 4 pulgadas https://amzn.to/3F6rrFM
उदाहरण के लिए समझिए यदि किसी व्यक्ति का जन्म 23 अप्रैल को हुआ है तो उसकी जन्म तारीख के अंकों का योग 2+3=5 आता है।
यानि 5 उस व्यक्ति का मूलांक कहा जाएगा।
अगर किसी की जन्मतिथि दो अंकों यानी 11 है तो उसका मूलांक 1+1= 2 होगा।
वहीं जन्म तिथि, जन्म माह और जन्म वर्ष का कुल योग भाग्यांक कहलाता है।
जैसे अगर किसी का जन्म 22-04-1996 को हुआ है तो इन सभी अंकों के योग को भाग्यांक कहा जाता है।
2+2+0+4+1+9+9+6=33=6 यानी उसका भाग्यांक 6 है।
इस अंक ज्योतिष को पढ़कर आप अपनी दैनिक योजनाओं को सफल बनाने में कामयाब रहेंगे।
जैसे दैनिक अंक ज्योतिष आपके मूलांक के आधार पर आपको यह बताएगा कि आज के दिन आपके सितारे आपके अनुकूल हैं या नहीं।
आज आपको किन चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है या फिर किस तरह के अवसर आपको प्राप्त हो सकते हैं।
दैनिक अंक ज्योतिष की भविष्यवाणी को पढ़कर आप दोनों ही परिस्थिति के लिए तैयार हो सकते हैं।
तो चलिए अंक शास्त्र के माध्यम से जानते हैं आपका मूलांक, शुभ अंक और लकी कलर कौन सा है।
अंक 1
आज का दिन आपके लिए मुश्किलों भरा हो सकता है।
कार्यक्षेत्र की गतिविधियों में व्यस्त रह सकते हैं।
किसी पुराने काम को लेकर यात्राएं करनी पड़ सकती हैं।
निवेश के लिए रुकना बेहतर रहेगा। वैवाहिक जीवन सामान्य रहेगा।
शुभ अंक-29
शुभ रंग- गुलाबी
अंक 2
आज आपको नौकरी के नए अवसरों की प्राप्ति होगी।
साझेदारी में काम करने से लाभ हो सकता है।
जीवनसाथी से रिश्ता और मजबूत होगा।
आप किसी वाहन की खरीदारी कर सकते हैं।
आज आध्यात्मिक यात्रा का योग बनेगा।
शुभ अंक- 9
शुभ रंग- केसरिया
अंक 3
आपको अपने व्यवहार पर पूरा ध्यान देने की आवश्यकता है।
आपकी किसी पुरानी गलती से पर्दा उठ सकता है।
धार्मिक कामों के प्रति आपकी काफी रुचि रहेगी।
अगर आप संतान के करियर को लेकर परेशान चल रहे थे, उस समस्या का हल होगा।
निवेश में खुशखबरी सुनने को मिल सकती है।
शुभ अंक- 20
शुभ रंग- लाल
अंक 4
आज आपको घर और नौकरी दोनों जगह सही तालमेल बनाना होगा।
आपकी संवेदनशीलता आपको पुराने दिनों की याद करा सकती है।
आप मानसिक रूप से बहुत सक्रिय हैं, इस लिए समस्याओं का समाधान आसानी से होगा।
परिवार के सदस्यों का भरपूर साथ मिलेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
शुभ अंक- 52
शुभ रंग- सिल्वर
अंक 5
आज निवेश में धन लाभ होने से आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
घर कोई नया वाहन आ सकता है।
आपको जीवनसाथी के मन में चल रही उलझनों को लेकर बातचीत करनी पड़ सकती है।
भाग्य आपका पूरा साथ देने वाला है।
शुभ अंक- 2
शुभ रंग- क्रीम
अंक 6
बिजनेस में आपको पार्टनरशिप में नुकसान होगा।
खर्चों के बढ़ने से मन परेशान हो सकता है।
आप किसी लंबी दूरी की यात्रा पर जाने की प्लानिंग कर सकते हैं।
बचत की योजनाएं सफल होंगी।
शुभ अंक- 25
शुभ रंग- गुलाबी
अंक 7
आज भाग्य का पूरा साथ मिलेगा।
आत्मविश्वास में वृद्धि होने पर मन प्रसन्न रहेगा।
नौकरीपेशा व्यक्तियों को मनचाही सफलता मिल सकती है।
कोई पैतृक संपत्ति से जुड़ा मामला हल हो सकता है।
घर के वरिष्ठ सदस्यों का सहयोग प्राप्त होगा।
शुभ अंक- 9
शुभ रंग- केसरिया
अंक 8
कार्यक्षेत्र में किसी नए प्रोजेक्ट का हिस्सा बन सकते है।
नौकरी की तालाश कर रहे लोगों को अभी और मेहनत करनी होगी।
धार्मिक यात्रा पर जा सकते हैं।
जीवनसाथी के लिए आप कोई सरप्राइज गिफ्ट लेकर आएंगे।
आर्थिक स्थिति बेहतर होगी।
शुभ अंक-29
शुभ रंग- गुलाबी
अंक 9
नौकरी में बदलाव की योजना बना रहे लोगों के लिए दिन अच्छा रहेगा।
संतान पक्ष की ओर से आपको कोई खुशखबरी सुनने को मिल सकती है।
घर में किसी महंगी वस्तु को लेकर आ सकते हैं।
कारोबार में धन लाभ की प्राप्ति संभव है।
शुभ अंक- 8
शुभ रंग- हरा
होलाष्टक आज़ से आरंभ, क्यों इन 8 दिन
क्रूर हो जाते हैं ग्रह, जानें क्या करें क्या न करे!
Anciently Sri Yantra Small | Shri Yantra Small | Shri Chakra Yantra Small Size 2x2 Inches, Copper Yantra, Brown Colour, 1 No https://amzn.to/3Fc4NM3
07 मार्च 2025 से प्रारंभ
होलाष्टक 2025 का शुभारंभ 7 मार्च से होगा और इसका समापन 13 मार्च को होलिका दहन के साथ होगा।
इन आठ दिनों में कोई भी शुभ कार्य जैसे विवाह, मुंडन या गृह प्रवेश नहीं किया जाता है।
यह अवधि अशुभ मानी जाती है क्योंकि सभी ग्रह क्रूर अवस्था में होते हैं।
आइए जानते हैं होलाष्टक का धार्मिक महत्व।
होलाष्टक 7 मार्च से शुरू होगा और 13 मार्च को होलिका दहन के साथ समाप्त होगा।
इससे अगले दिन यानी 14 मार्च को रंग वाली होली मनाई जाएगी।
होलाष्टक के आठ दिन अलग अलग ग्रह क्रूर अवस्था में रहते हैं।
अष्टमी तिथि के दिन चंद्रमा, नवमी तिथि के दिन सूर्य देव, दशमी तिथि के दिन शनि महाराज, एकादशी तिथि के दिन शुक्र देव, द्वादशी तिथि के दिन देवगुरु बृहस्पति, त्रयोदशी तिथि के दिन बुध, चतुर्दशी तिथि पर मंगल और पूर्णिमा पर राहु क्रूर हो जाते हैं।
इन 8 दिनों में कोई भी नई वस्तु की खरीदारी भी नहीं की जाती है।
होलाष्टक में क्या करना चाहिए और क्या नहीं ?
Anciently Karungali Malai Copper Original 8mm | Karungali Malai Copper 8mm 54 Beads, Ebony Wood, 1 Piece https://amzn.to/3XzqLii
होलाष्टक में ग्रहों के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए पूजा पाठ अधिक से अधिक करना चाहिए।
ऐसी मान्यता है कि होलाष्टक के दौरान भगवान विष्णु, नरसिंह भगवान और हनुमानजी की विशेष पूजा अर्चना करनी चाहिए।
इसके अलावा इन आठों दिनों तक महामृत्युंजय मंत्र का जप भी करना चाहिए।
साथ ही होलाष्टक के दौरान शादी, मुंडन, ग्रह प्रवेश जैसे शुभ कार्यों को नहीं करना चाहिए।
इस दौरान कोई भी दुकान, प्लॉट आदि संपत्ति की खरीदारी नहीं करनी चाहिए।
होलाष्टक को क्यों मानते हैं अशुभ
होलाष्टक को लेकर शिव पुराण में कथा वर्णित की गई है।
कथा के अनुसार, तारकासुर का वध करने के लिए भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह होने जरुरी थी।
क्योंकि, उस असुर का वध शिव पुत्र के हाथ से होना था।
लेकिन, देवी सती के आत्मदाह के बाद भगवान शिव तपस्या में लीन थे।
सभी देवताओं ने भगवान शिव को तपस्या से जगाना चाहा।
इस काम के लिए भगवान शिव और देवी रति को बुलाया गया।
इसके बाद कामदेव और रति ने शिवजी की तपस्या को भंग कर दिया और भगवान शिव क्रोधित हो गए। शिवजी ने अपने तीसरे नेत्र से कामदेव को भस्म कर दिया।
जिस दिन भगवान शिव से कामदेव को भस्म किया उस दिन फाल्गुन शुक्लपक्ष की अष्टमी तिथि थी।
इसके बाद सभी देवताओं ने रति के साथ मिलकर भगवान शिव से क्षमा मांगी।
भगवान शिव को मनाने में सभी को आठ दिन का समय लग गया।
इसके बाद भगवान शिव ने कामदेव को जीवित होने का आशीर्वाद दिया।
इस वजह से इन आठ दिनों को अशुभ माना जाता है।
मासिक दुर्गाष्टमी आज
हिंदू धर्म में शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि बहुत ही विशेष मानी जाती है।
ये तिथि माता दुर्गा को समर्पित की गई है।
हर माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गाष्टमी मनाई जाती है।
इस दिन माता दुर्गा के व्रत और पूजन का विधान है।
इस दिन विधि - विधान से माता का व्रत और पूजन करने से जीवन की सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं।
जीवन में धन वैभव और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
साथ ही मां के आशीर्वाद से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं।
कब है मासिक दुर्गाष्टमी ?
वैदिक पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 6 मार्च को सुबह 10 बजकर 50 मिनट पर हो जाएगी।
वहीं इस अष्टमी तिथि का समापन अगले दिन यानी 7 मार्च को सुबह 9 बजकर 18 मिनट पर होगा।
हिंदू धर्म में उदया तिथि मानी जाती है।
ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, 7 मार्च को फाल्गुन माह की दुर्गाष्टमी मनाई जाएगी।
मासिक दुर्गाष्टमी का महत्व
eSplanade Ídolo Maa Durga/MATA Rani de latón, estatua, moorti, murti para mandir del hogar y decoración del hogar (4.6 pulgadas) https://amzn.to/43rvmqA
हिंदू धर्म के अनुसार, मासिक दुर्गाष्टमी के दिन मां दुर्गा की पूजा और व्रत करने वाले व्यक्तियों के जीवन के सभी दुख समाप्त हो जाते हैं।
इस दिन व्रत और पूजा करने वालों पर मां दुर्गा की विशेष कृपा होती है।
इसके साथ ही, मां की कृपा से उनके घर में सुख और समृद्धि बनी रहती है।
धन से संबंधित समस्याएं नहीं आतीं और जातक के अधूरे कार्य पूर्ण हो जाते हैं।
मासिक दुर्गाष्टमी की पूजा विधि
मासिक दुर्गाष्टमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए।
इसके बाद मंदिर या पूजा स्थल की सफाई कर गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए, ताकि पूजा स्थल शुद्ध हो जाए।
इसके बाद लकड़ी की चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर उसपर माता दुर्गा की मूर्ति या तस्वीर रखनी चाहिए।
इसके बाद जल से भरा कलश स्थापित कर धूप और दीपक जलाना चाहिए।
फिर मां दुर्गा को लाल चुनरी चढ़ाकर रोली और चावल से तिलक करना चाहिए. फिर उनको फूल चढ़ाने चाहिए।
मां दुर्गा को सोलह श्रृंगार का सामान चढ़ाना चाहिए।
फिर मां दुर्गा की पूजा करनी चाहिए।
मां दुर्गा को फल और मिठाई का भोग लगाना चाहिए।
दुर्गा सप्तशती और दुर्गा चालीसा का पाठ भी करना चाहिए।
अंत में मां दुर्गा की आरती के साथ पूजा का समापन करना चाहिए।
मासिक दुर्गाष्टमी व्रत के नियम
मासिक दुर्गाष्टमी पर घर खाली नहीं छोड़ना चाहिए।
सुबह से शाम तक कुछ नहीं ग्रहण करना चाहिए।
संभव हो तो फल और दूध ग्रहण कर सकते हैं।
शाम को विधि विधान से मां दुर्गा की पूजा करनी चाहिए।
सूर्यास्त के बाद ही व्रत समाप्त करना चाहिए।
सात्विक भोजन से ही व्रत का पारण करना चाहिए।
|| भगवान शिव को अर्पित सामग्री ||
Collectible India Lord Shiva Idol Shiv Padmasana Sitting Statue | Gift Item for Home Family and Friends (3.1 Inches) https://amzn.to/4ix7u9i
भगवान शिव की पूजा में शिवलिंग अभिषेक और उस पर अर्पित की जाने वाले चीजें अलग - अलग महत्व रखती हैं।
आइए जानें उन चीजों के बारे में जो भगवान शिव को है बेहद प्रिय और उनका महत्व!
(1) - जल
मंत्रों का उच्चारण करते हुए शिवलिंग पर जल चढ़ाने से हमारा स्वभाव शांत और स्नेहमय होता है।
(2) - दूध -
शिव - शंकर को दूध अर्पित करने से स्वास्थ्य हमेशा अच्छा रहता है और बीमारियां दूर होती हैं।
(3) - दही -
पार्वतीपति को दही चढ़ाने से स्वभाव गंभीर होता है और जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होने लगती हैं।
(4) - चीनी ( शक्कर )
शक्कर से अभिषेक करने से सुख और समृद्धि बढ़ती है।
ऐसा करने से मनुष्य के जीवन से दरिद्रता चली जाती है।
(5) - शहद
भोलेनाथ को शहद चढ़ाने से हमारी वाणी में मिठास आती है।
(6) - घी
भगवान शंकर पर घी अर्पित करने से हमारी शक्ति बढ़ती है।
(7) - चंदन
शिवजी को चंदन चढ़ाने से हमारा व्यक्तित्व आकर्षक होता है, इससे हमें समाज में मान - सम्मान और यश मिलता है।
(8) - बिल्वपत्र
बिल्वपत्र के पान में अधिकतम ऑक्सीजन की मात्रा होती हे !
ॐ नम: शिवाय मन्त्र बोलते हुए शिवजी पर बिल्वपत्र चढ़ाते हुए हमारे श्वसन तंत्र से ज्यादातर दूषित वायु, नकारत्मक ऊर्जा ( कार्बन डायोक्साइड ) बाहर निकलती हे और शिवमंदिर में अभिषेक किये बिल्वपत्र को छूने से भी शुद्ध ऑक्सीजन की मात्रा ज्यादा मिलती हे जिससे हरेक के मन , बुद्धि को सुकून मिलता रहता हे ।
परिणाम स्वरूप नकारत्मक ऊर्जा,डर,भय,तामस गुण दूर होते रहते हे ।
यह विज्ञान ने भी स्वीकार किया हे !
|| ॐ नमः शिवाय ||
anciently Shukra Yantra Tamil | Sukran Yantra Size 3x3 Inches, Copper Yantra, Brown Colour, 1 No https://amzn.to/4hdFMNJ
कैसे जानें अपना मुख्य अंक ( मूलांक ) ?
अंक ज्योतिष साप्ताहिक भविष्यफल जानने के लिए अंक ज्योतिष मूलांक का बड़ा महत्व है।
मूलांक जातक के जीवन का महत्वपूर्ण अंक माना गया है।
आपका जन्म महीने की किसी भी तारीख़ को होता है, उसको इकाई के अंक में बदलने के बाद जो अंक प्राप्त होता है, वह आपका मूलांक कहलाता है।
मूलांक 1 से 9 अंक के बीच कोई भी हो सकता है, उदाहरणस्वरूप - आपका जन्म किसी महीने की 10 तारीख़ को हुआ है तो आपका मूलांक 1 + 0 यानी 1 होगा।
अंक ज्योतिष का हमारे जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है क्योंकि सभी अंकों का हमारे जन्म की तारीख़ से संबंध होता है।
नीचे दिए गए लेख में हमने बताया है कि हर व्यक्ति की जन्म तिथि के हिसाब से उसका एक मूलांक निर्धारित होता है और ये सभी अंक अलग - अलग ग्रहों द्वारा शासित होते हैं।
जैसे कि मूलांक 1 पर सूर्य देव का आधिपत्य है।
चंद्रमा मूलांक 2 का स्वामी है।
अंक 3 को देव गुरु बृहस्पति का स्वामित्व प्राप्त है, राहु अंक 4 का राजा है। अंक 5 बुध ग्रह के अधीन है।
6 अंक के राजा शुक्र देव हैं और 7 का अंक केतु ग्रह का है। शनिदेव को अंक 8 का स्वामी माना गया है।
अंक 9 मंगल देव का अंक है और इन्हीं ग्रहों के परिवर्तन से जातक के जीवन में अनेक तरह के परिवर्तन होते हैं।
मूलांक 1
( अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19, 28 तारीख़ को हुआ है )
आमतौर पर इस मूलांक वाले जातक बहुत बुद्धिमान होते हैं और जीवन में सफलता प्राप्त करने में सक्षम होते हैं।
प्रेम जीवन: आप अपने पार्टनर के प्रति रोमांटिक भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं।
ऐसा आपके अंदर मौजूद सेंस ऑफ ह्यूमर या हंसी - मज़ाक करने वाले स्वभाव की वजह से संभव हो पाएगा।
शिक्षा: छात्र जो भी पेशेवर शिक्षा या डिग्री ले रहे हैं, उसमें उन्हें उच्च अंक प्राप्त होंगे।
पेशेवर जीवन: इस सप्ताह काम के मामले में समय आपके पक्ष में रहने वाला है।
व्यापारी अपने प्रतिद्वंदियों पर हावी रहेंगे और इस तरह वे अपने प्रतिस्पर्धियों को कड़ी टक्कर देने में सक्षम होंगे।
सेहत: स्वास्थ्य की बात करें, तो इस सप्ताह आपकी सेहत काफी अच्छी रहने वाली है।
आपके अंदर जोश और ऊर्जा बढ़ने की वजह से ऐसा हो सकता है।
उपाय: आप रोज़ आदित्य हृदयम स्तोत्र का पाठ करें।
मूलांक 2
( अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 2, 11, 20, 29 तारीख़ को हुआ है )
इस मूलांक वाले जातकों के लिए यह सप्ताह औसत रहने वाला है।
इस समय आपकी रचनात्मक कार्यों में रुचि बढ़ सकती है और आप इसे और अधिक निखारने का प्रयास कर सकते हैं।
प्रेम जीवन: इस समय आपके और आपके पार्टनर के बीच दूरियां आने की आशंका है।
अहंकार से संबंधित समस्याओं के कारण ऐसा हो सकता है।
शिक्षा: इस दौरान शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए आपको पढ़ाई पर अधिक ध्यान देने की ज़रूरत है।
यदि आप ऐसा नहीं करते हैं, तो आपको उच्च अंक प्राप्त करने में दिक्कत हो सकती है।
पेशेवर जीवन: इस सप्ताह नौकरीपेशा जातकों को औसत सफलता मिलने के योग हैं।
वहीं व्यापारियों को बेहतर योजना बनाने और अपने बिज़नेस पर नियंत्रण रखने की ज़रूरत है।
सेहत: इस समय मूलांक 2 वाले जातकों को त्वचा से संबंधित समस्या और अन्य कोई एलर्जी होने की आशंका है।
इसकी वजह से आपको अपने स्वास्थ्य को बनाए रखने में दिक्कत आ सकती है।
उपाय: आप रोज़ 108 बार ‘ॐ सोमाय नमं:” मंत्र का जाप करें।
मूलांक 3
( अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 3, 12, 21, 30 तारीख़ को हुआ है )
इस मूलांक वाले जातक आमतौर पर खुले विचार वाले होते हैं।
इनकी अध्यात्म या आध्यात्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी और ये आसानी से इसे अपना सकेंगे।
प्रेम जीवन: इस सप्ताह आप किसी नए रिश्ते की शुरुआत कर सकते हैं।
हालांकि, आपको इस समय समझदारी और बुद्धिमानी से काम लेने की सलाह दी जाती है।
शिक्षा: जो छात्र उच्च शिक्षा के लिए मास्टर और पीएचडी डिग्री लेने की सोच रहे हैं, उनके लिए यह सप्ताह काफी अच्छा रहने वाला है।
पेशेवर जीवन: करियर के मामले में यह सप्ताह बहुत शानदार रहने वाला है।
यदि आप व्यवसाय करते हैं, तो आपके लिए मल्टी लेवल नेटवर्किंग बिज़नेस करना फायदेमंद रहेगा एवं आप अधिक मुनाफा कमा सकते हैं।
सेहत: इस सप्ताह आप योग और ध्यान जैसी आध्यात्मिक या शारीरिक क्रियाएं कर सकते हैं।
यह आपके मन और शरीर दोनों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा।
उपाय: बृहस्पतिवार के दिन बृहस्पति ग्रह को पीले रंग के पुष्प अर्पित करें।
मूलांक 4
( अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22, 31 तारीख़ को हुआ है )
इस सप्ताह मूलांक 4 वाले जातक अधिक भावुक हो सकते हैं और इस वजह से कभी - कभी इन्हें महत्वूपर्ण निर्णय लेने में दिक्कत हो सकती है।
प्रेम जीवन: इस समय आप कंफ्यूज़ रहने वाले हैं।
आपके और आपके जीवनसाथी के बीच विश्वास में कमी आने के संकेत हैं।
इस के कारण आपका रिश्ता कमज़ोर हो सकता है।
शिक्षा: इस सप्ताह आप जो कुछ भी पढ़ रहे हैं, उसे याद रखने में दिक्कत हो सकती है।
इस से आप पीछे रह सकते हैं और पढ़ाई में अपने कौशल का प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे।
पेशेवर जीवन: इस समय नौकरीपेशा जातकों के ऊपर काम का दबाव बढ़ने वाला है।
इस वजह से आपको अपने करियर में उच्च सफलता मिलने की संभावना कम है।
वहीं व्यापारियों को प्रतिस्पर्धा बढ़ने की वजह से अधिक मुनाफा कमाने में दिक्कत आ सकती है।
सेहत: आपको एलर्जी के कारण त्वचा से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।
इस सप्ताह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता के कमज़ोर होने की वजह से ऐसा हो सकता है।
आप असहज महसूस करेंगे।
उपाय: आप रोज़ 22 बार ‘ॐ राहवे नम:’ मंत्र का जाप करें।
मूलांक 5
( अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 5, 14, 23 तारीख़ को हुआ है )
मूलांक 5 वाले जातक बहुत बुद्धिमान होते हैं और ये बेहद कुशलता से अपनी बुद्धिमानी का प्रयोग करते हैं।
प्रेम जीवन: इस सप्ताह आप अपने पार्टनर के साथ हंसी - मज़ाक और खुशमिज़ाज़ तरीके से पेश आएंगे। इससे आपके घर का माहौल अच्छा बना रहेगा।
शिक्षा: आप अपनी बुद्धिमानी का परिचय देंगे और उच्च अंक्र प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
इसके साथ ही आपको इस सप्ताह सफलता मिलने के भी योग हैं।
प्रतियोगी परीक्षा में भी आपको अच्छे परिणाम मिलने के आसार हैं।
पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातक इस सप्ताह बेहतरीन प्रदर्शन देकर सफलता प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
आपकी लोकप्रियता में इज़ाफा देखने को मिलेगा।
व्यापारियों के लिए उच्च मुनाफा कमाने के लिए अनुकूल समय है।
सेहत: इस सप्ताह आप ऊर्जा और उत्साह से भरपूर महसूस करेंगे और इसका सकारात्मक असर आपकी सेहत पर भी पड़ने वाला है।
आपको कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्या परेशान नहीं करेगी।
उपाय: आप रोज़ 41 बार ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ का जाप करें।
मूलांक 6
( अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 6, 15, 24 तारीख़ को हुआ है )
इस सप्ताह मूलांक 6 वाले जातक खुशमिजाज़ स्वभाव के रहने वाले हैं और आप इस समय आनंद एवं सुख की तलाश में रह सकते हैं।
इस दौरान आप अधिक यात्राएं कर सकते हैं।
प्रेम जीवन: इस समय आप अपने पार्टनर के साथ रिश्ते को मज़बूत बनाए रखने में सफल होंगे।
इससे आपको अपने जीवनसाथी के साथ अपने जीवन के स्तर को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
शिक्षा: आप प्रोफेशनल स्टडीज़ जैसे कि विजुअल कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग आदि में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
इस सप्ताह आप पढ़ाई को लेकर तर्कशील रहेंगे।
पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातकों के लिए यह सप्ताह अच्छा रहने वाला है।
आप अपने कार्यों को आसानी से पूरा कर पाएंगे।
वहीं व्यापारी उच्च मुनाफा कमाने और चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होंगे।
सेहत: मज़बूत इच्छाशक्ति और दृढ़ता की वजह से इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य अच्छा रहने वाला है।
उपाय: आप रोज़ 33 बार ‘ॐ शुक्राय नम:’ मंत्र का जाप करें।
मूलांक 7
( अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 7, 16, 25 तारीख़ को हुआ है )
इस मूलांक वाले जातकों की गूढ़ विज्ञान और दर्शनशास्त्र में अधिक रुचि होती है।
ये जातक इन क्षेत्रों में अपने कौशल को और अधिक विकसित कर सकते हैं।
आपके लिए धार्मिक यात्राओं के योग बन रहे हैं।
प्रेम जीवन: इस सप्ताह आपके और आपके पार्टनर के बीच दूरियां आ सकती हैं।
आप दोनों के बीच अलगाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
इस से आपकी समस्याओं का समाधान निकाल पाना और भी मुश्किल हो जाएगा।
आपके रिश्ते में खुशियों के कम होने की आशंका है।
शिक्षा: यदि आप धर्म, कानून या प्रोफेशनल स्टडीज़ की पढ़ाई कर रहे हैं, तो अब ध्यान केंद्रित न कर पाने के कारण आप उच्च अंक प्राप्त करने में पीछे रह सकते हैं।
मेडिटेशन करने से आपको लाभ होगा।
पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातकों के ऊपर काम का दबाव बढ़ सकता है।
इसके कारण आपके प्रदर्शन में भी गिरावट आने की आशंका है।
यदि आप व्यवसाय करते हैं, तो प्रतिद्वंदियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा मिलने की वजह से आपके मुनाफे में कमी आ सकती है।
सेहत: इस सप्ताह आपकी सेहत ज्यादा अच्छी नहीं रहने वाली है क्योंकि आपको स्किन रैशेज़ की वजह से परेशानी हो सकती है।
आपको इसका इलाज करवाने की सलाह दी जाती है।
उपाय: मंगलवार को केतु ग्रह के लिए यज्ञ - हवन करें।
मूलांक 8
(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 8, 17, 26 तारीख़ को हुआ है)
मूलांक 8 वाले जातक अपने काम को अधिक पेशेवर तरीके से कर सकते हैं।
ये अपने काम को पूरे फोकस और ध्यान से करेंगे।
प्रेम जीवन: इस सप्ताह कंफ्यूज़ रहने की वजह से आप अपने पार्टनर के प्रति अपने प्रेम को दिखाने में असमर्थ रह सकते हैं।
इस कारण से आपको अपने रिश्ते में सुख - शांति बनाए रखने में दिक्कत आ सकती है।
शिक्षा: इस समय छात्रों की पढ़ाई में से रुचि हट सकती है और इसकी वजह से विद्यार्थियों को पढ़ाई में कम अंक एवं औसत परिणाम मिलने की संभावना है।
इस सप्ताह आपको प्रतियोगी परीक्षा में हिस्सा न लेने की सलाह दी जाती है क्योंकि इसमें आपके सफल होने की संभावना बहुत कम है।
पेशेवर जीवन: कार्यक्षेत्र में आपकी प्रतिष्ठा में कमी आ सकती हैं एवं आपकी कड़ी मेहनत को अनदेखा किया जा सकता है।
इस वजह से आप उच्च परिणाम प्राप्त करने में असफल रहेंगे।
वहीं व्यपारियों को अपने प्रतिद्वंदियों से हार का सामना करना पड़ सकता है।
सेहत: इस सप्ताह मूलांक 8 वाले जातकों को पैरों और जांघों में दर्द की शिकायत हो सकती है।
तनाव और इम्युनिटी के कमज़ोर होने के कारण ऐसा हो सकता है।
उपाय: आप शनिवार के दिन शनि देव के लिए यज्ञ - हवन करें।
मूलांक 9
( अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 9, 18, 27 तारीख़ को हुआ है )
इस मूलांक वाले जातक सीधे - सादे और सिद्धांतों पर चलने वाले होते हैं।
ये स्नेह और प्यार की तलाश में रहेंगे एवं रिश्तों को मज़बूत करने की ओर काम करेंगे।
प्रेम जीवन: इस समय आप अपने मज़ाकिया स्वभाव से अपने पार्टनर का ख्याल रखेंगे।
इस की वजह से आप दोनों का रिश्ता मज़बूत होगा।
शिक्षा: इस सप्ताह आप पढ़ाई में होशियार रहेंगे और पेशेवर होकर पढ़ाई करेंगे।
इससे आपको अधिक अंक प्राप्त करने में सफलता मिलेगी।
पेशेवर जीवन: कार्यक्षेत्र में आप प्रगति करेंगे और आपको उच्च परिणाम प्राप्त होंगे।
इससे आपकी उत्कृष्टता का पता चलेगा।
व्यापारियों को अच्छा मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा।
इन्हें नया व्यापार शुरू करने का मौका भी मिल सकता है।
सेहत: इस समय आप शारीरिक रूप से स्वस्थ महसूस करेंगे।
ऐसा आपकी इम्युनिटी के मज़बूत रहने की वजह से हो सकता है।
आप इस सप्ताह ऊर्जा से भरपूर रहने वाले हैं।
उपाय: आप मंगलवार के दिन मंगल ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।
ज्योतिषी पंडारामा प्रभु राज्यगुरु ऑन लाइन / ऑफ लाइन ज्योतिषी